शिक्षा के लिए सम्मान: Yathasambhav ने छात्र सुमन कुमार को किया सम्मानित

शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम गढ़ रहे सुपौल जिला के परमानंदपुर पंचायत, वार्ड संख्या-03 निवासी छात्र सुमन कुमार को आज एक गौरवपूर्ण सम्मान प्राप्त हुआ। यथासंभव काउंसिल (Yathasambhav ) द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में सुमन को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए प्रोत्साहन राशि और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर Yathasambhav के संरक्षक और Panorama Group के संस्थापक आदरणीय श्री संजीव मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने सुमन को सम्मानित करते हुए कहा:

“हमें ऐसे विद्यार्थियों को आगे लाना होगा जो सीमित संसाधनों में भी बड़ी सोच रखते हैं। यही भारत के उज्ज्वल भविष्य की नींव है।”

मेहनत और लगन की जीत

छात्र सुमन कुमार (पिता – श्री फुलदेव राम) ने सीमित संसाधनों के बावजूद शिक्षा में अपनी प्रतिभा और लगन से सबका ध्यान खींचा है। यथासंभव द्वारा दिया गया यह सम्मान न सिर्फ एक पुरस्कार है, बल्कि एक ऐसे छात्र के आत्मविश्वास का प्रमाण है जो विपरीत परिस्थितियों में भी हार नहीं मानता।

Yathasambhav का यह प्रयास समाज में उन विद्यार्थियों तक पहुंचने का है जिन्हें सही समय पर प्रोत्साहन और सहयोग की आवश्यकता है।

Yathasambhav का उद्देश्य

Yathasambhav 2020 में कोविड-19 महामारी के समय शुरू हुआ था। संस्था का उद्देश्य है – “जहां ज़रूरत है, वहां सहयोग पहुंचे”।

आज यह संस्था शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और बाल कल्याण के क्षेत्र में 10,000+ से अधिक परिवारों की सहायता कर चुकी है।

Yathasambhav Student Support Program के अंतर्गत संस्था:

  • आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन राशि देती है
  • छात्राओं को विशेष स्कॉलरशिप योजनाएं उपलब्ध कराती है
  • ग्रामीण क्षेत्रों में करियर गाइडेंस और मोटिवेशनल सेशन आयोजित करती है
  • स्कूल बैग, स्टेशनरी, वर्दी जैसी आवश्यक चीजें वितरित करती है

श्री संजीव मिश्रा की सोच

श्री संजीव मिश्रा, जो Yathasambhav और Panorama Group दोनों के संरक्षक हैं, ने कई बार यह बात दोहराई है कि शिक्षा ही सामाजिक परिवर्तन का पहला कदम है।

उनका मानना है:

“अगर हम एक बच्चे की पढ़ाई की ज़िम्मेदारी लेते हैं, तो हम एक पूरे परिवार के भविष्य को बदल सकते हैं।”

उनकी इसी सोच का परिणाम है कि छातापुर, सुपौल, अररिया, और पूर्णिया जैसे इलाकों में Yathasambhav लगातार ज़मीनी स्तर पर बदलाव कर रहा है।

सुमन की सफलता: गांव से देश तक

सुमन कुमार की सफलता सिर्फ एक छात्र की व्यक्तिगत जीत नहीं है, बल्कि यह उस समाज की भी जीत है जहां प्रतिभाओं को मंच मिल रहा है। उनके गांव में इस सम्मान की खबर फैलते ही माहौल गर्व और प्रसन्नता से भर गया।

गांववालों, शिक्षकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने Yathasambhav का आभार व्यक्त किया और सुमन को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

निष्कर्ष: शिक्षा को सम्मान, समाज को दिशा

Yathasambhav द्वारा दिया गया यह सम्मान एक स्पष्ट संदेश है – “अगर समाज प्रतिभाओं को पहचान ले, तो भविष्य अपने आप उज्ज्वल हो जाता है।”

ऐसे प्रेरणादायक क्षण हमें यह याद दिलाते हैं कि बदलाव केवल नीतियों से नहीं, बल्कि ज़मीनी प्रयासों से आता है।

जुड़े Yathasambhav से

अगर आपके क्षेत्र में भी कोई छात्र या छात्रा है जो आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहा है लेकिन पढ़ाई में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है, तो उसे Yathasambhav के Student Support Program से जोड़ें।

अधिक जानकारी के लिए Yathasambhav के सोशल मीडिया हैंडल्स या वेबसाइट पर विजिट करें।

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